कार्यालय पटवारी हल्का नंबर _ _ _ _ _ _ तहसील _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _
प्रति,
तहसीलदार महोदय,
वृत्त _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ तहसील _ _ _ _ _ _ _ _ _ _
विषय:-
शासन द्वारा प्रदत्त (शासकीय पट्टे की ) भूमि के विक्रय की अनुमति हेतु जाँच प्रतिवेदन |
सन्दर्भ:-
कार्यालय कलेक्टर _ _ _ _ _ _ _ _ के पत्र क्रमांक _ _ _ _/री. कले./_ _ _ _, _ _ _ _ _ _ _ _ दिनांक _ _ /_ _ / _ _ _ _
उपरोक्त विषयान्तर्गत प्रकरण में आवेदक _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ द्वारा मौजा _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ _ की भूमि विक्रय किये जाने की अनुमति बाबत संदर्भित पत्र के द्वारा जानकारी निम्न बिन्दुओ पर प्रस्तुत है |
क्र निर्धारित बिंदु विवरण
1. विक्रय को जाने वाली भूमि का विवरण खसरा नंबर एवं रकबा
2. भूमि पर कृषि कार्य हो रहा अथवा नहीं, यदि भूमि पड़त है, तो कब से रकबा सहित
3. आवेदक / आवेदिका द्वारा धारित कुल भूमि का विवरण भूमि खानदानी है अथवा क्रय की गई है, क्रय की गई है तो भूमि का वैनामा संलग्न किया जावे, इसके अतिरिक्त और कितनी भूमियां कहां-कहां क्रय की गई है विवरण दिया जावे एवं विक्रय पत्र संलग्न किये जावें
4. भूमि सिंचित या असिंचित है, सिंचित भूमि का स्त्रोत नाला, नदी, कुंआ यदि कुआ से सिंचित है तो कुंआ किस खसरा नम्बर में स्थित है एवं कैसा कुआ है नक्शा संलग्न किया
5. आवेदक की शारीरिक स्थिति बृद्ध है अथवा नहीं
6. आवेदक की आयु
7. आवेदक क्या खेती करने में असमर्थ है यदि हां, तो किस कारण से, वर्तमान में भूमि पर कृषि कार्य कौन कर रहा है नाम .एवं आवेदक से संबंध, आवेदक कृषि के अलावा अन्य कौन सा कार्य करता है, समस्त स्त्रोतों से आवेदक की वार्षिक आय कितनी है|
8. भूमि विक्रय का कारण, कारण ठोस एवं स्पष्ट होना चाहिए
9. आवेदक बीमारी का कारण दर्शाता है, तो उसको क्या बीमारी है, कब से है| आवेदक ने शासकीय अस्पताल में इलाज कराया या प्रायवेट अस्पताल में इलाज कराया| अस्पताल का नाम एवं स्थान | इलाज हेतु विशेषज्ञ ने क्या सलाह दी है | क्या वास्तव में भूमि विक्रय के बिना इलाज नहीं किया जा सकता है
10. क्या आवेदक को शासन की नीतियों के तहत इलाज हेतु आर्थिक सहायत प्राप्त क्या आवेदक ने सहायता प्राप्त करने के लिए आवेदन किया है तो किस योजना के तहत कहाँ पर आवेदन किया है, क्या उसे आर्थिक सहायता प्राप्त हुई है अथवा नहीं और किस प्रकार से प्राप्त हुई है |
 
क्र निर्धारित बिंदु विवरण
11. यदि आवेदक भूमि को उन्नत करने हेतु भूमि विक्रय करना चाहता है तो क्या उसने उन्नत करने हेतु शासन की किसी योजना के तहत सहायता प्राप्त करने के लिये आवेदन किया है अथवा नही तथा किस विभाग से उसे सहायता प्राप्त हुई है अथवा नही तथा किस विभाग से उसे सहायता प्राप्त हुई है अथवा नही उसे सहायता प्राप्त हो सकती है या नही|
12. आवेदक की पारिवारिक जानकारी, पत्नि पुत्र एवं पुत्रियां है पुत्र पुत्रियां विवाहित/अविवाहित/ना.बा.है क्या आवेदक का शामल परिवार है|
13. भूमि विक्रय के पष्चात् आवेदक भूमिहीन तो नही हो रहा कितनी भूमि शेष बचेगी यदि अन्य ग्राम में भूमि हो तो किस ग्राम में खसरा नंबर एवं कितना रकवा है खाता नकल संलग्न करें, क्या पूर्व में आवेदक द्वारा भूमि विक्रय की है कब और किस प्रकार से क्या अनुमति ली है|
14. शामिल खातो में यह स्पष्ट देखा जाये कि आवेदक का कितना हिस्सा है एवं आवेदक के खातेदारो की जानकारी खातेदारो के मध्य किसी न्यायालय में भूमि के संबंध में बाद विचाराधीन है नही है क्या सहखातेदार भूमि विक्रय हेतु सहमत है|
15. आवेदित भूमि यदि शासकीय पट्टे पर प्राप्त भूमि है तो प्रकरण का क्रमांक एवं वर्ष पट्टा आदेष की प्रति संलग्न की जावें|
16. आवेदित भूमि का पट्टा किसी अपील न्यायालय द्वारा निरस्त तो नही किया गया है स्पष्ट जानकारी दी जावे, भूमि नेषनल हाइवे/राज्य मार्ग वायपास मार्ग या अन्य मार्ग से कितनी दूरी पर है|
17. आवेदित भूमि आवेदक के निवास स्थान से कितनी दूरी पर पर है यदि आवेदक के पास दो स्थानो पर भूमियां है तो उसके मूल निवास की जानकारी दी जावें|
18. आवेदित भूमि पर फलदार एवं इमारती वृक्ष तो नही है वृक्षो का विवरण दिया जावें|
19.
  1. भूमि किस व्यक्ति द्वारा क्रय की जा रही है|
  2. किस कारण से क्रय की जा रही है|
  3. क्या वर्तमान गाईड लाईन के अनुसार भूमि का मूल्य दिया जा रहा है|
  4. भूमि क्रय विक्रय के संबंध में कोई शर्त तो नही है|
  5. क्रेता साहूकार तो नही है कोई उधार का संव्यवहार तो नही है, यदि कोई उधार का संव्यवहार है तो उसका विवरण कारण सहित दिया जावें|
  6. उधार कृचक्रो के कारण भूमि विक्रय तो नही की जा रही है, इस सबंध में ग्ररम वासियो से पूछताछ कर स्पष्ट किया जावे|
  7. भूमि क्रय विक्रय के संबंध में कितनी राषि का लेन-देन कब और किस प्रकार से हुआ है|
 
क्र निर्धारित बिंदु विवरण
20. भूमि किसी संस्था/बैंक में रहन तो नही है, यदि बैंक का कर्ज है तो कर्ज लेने का उदेष्य एवं कर्ज की राषि कितनी है| संस्था/बैंक के नाम सहित
21. पटवारी द्वारा प्रस्तुत किया जाने वाला प्रतिवेदन पुष्ट एवं नियमानुसार होना चाहिये नही होने के कारण प्रकरण की पारदर्षिता स्पष्ट नही होती|
22. आवेदक यदि ना.बा. है तो पहले नियम अनुसार आवेदक को सक्षम न्यायालय से नाबालिग की संपत्ति की विक्रय की अनुमति लेना आवष्यक है|
23. आवेदक लाऔलाद होने पर उसके निकटतम वारसानो की जानकारी उनके नाम एवं पता सहित दी जावें|
24. क्रेता एवं विक्रेता को समक्ष में सुना जाकर उनके लिखित कथन आवष्यक साक्षियो के कथन अंकित किये जावें|
25. आवेदक भूमि विक्रय के उपरान्त भूमिीन तो नही हो रहा है, यदि भूमि विक्रय के उपरान्त आवेदक के पास भूमि शेष बचती है तो उसका ख0नं0 एवं रकवा दर्षाया जावें|
26. यदि आवेदक सहखातेदार है तो खातेदारो की लिखित सहमति एवं उनके कथन अंकित किये जावें|
27. भूमि विक्रय के प्रकरणो को सामान्य तौर पर न लिया जावे और जिन प्रकरणो में न्यायालय के द्वारा भूमि विक्रय की अनुमति दी जाये ऐसे प्रकरणो की सूची बनाई जाए एवं संबंधित राजस्व न्यायालयो को दी जाए, साथ ही संबंधित ग्राम पंचायतो को इस संबंध में सूचना दी जावे एवं ग्राम में भी आम सूचना जारी की जावे कि आवेदक भूमिहीन की पात्रता नही रखता|
28. प्रतिवेदन भेजने के पूर्व संबंधित ग्राम पंचायत का अभिमत लिया जावें जिस ग्राम की भूमि विक्रय करना चाहता है उस ग्राम में एवं निवास स्थान के ग्राम में आम सूचना जारी की जावें|
29. उपरोक्त बिन्दुओ पर जांच उपरान्त प्रतिवेदन स्पष्ट अभिमत सहित एवं दस्तावेजो की पूर्ति उपरान्त पूर्ण दस्तावेजो सहित ही प्रकरण भेजा जावे, अस्पष्ट एवं अपूर्ण प्रतिवेदन न भेजा जावें
30. अनुविभागीय अधिकारी राजस्व का स्पष्ट अभिमतः-
31. विक्रय एवं बंधक रखी जाने वाली भूमि म.प्र.भू.रा.संहिता 1959 के लागू होने के वर्ष अर्थात् 1959 एवं उसके पष्चात् भूमि आदिम जाति के वर्ग के नाम से राजस्व अभिलेख में दर्ज होने की स्थिति स्पष्ट करते हुये संहिता के लागू होने एवं पष्चात् के वर्षो की खसरा नकल/किष्तबंदी/खतौनी चालू खसरा एवं अधिकार अभिलेख की नकल भी संलग्न किया जावें|
32. आवेदक /विक्रेता की जाति शासन द्वारा अनुसूचित सूची में शामिल है अथवा नही|
33. क्रेता अधिसूचित क्षेत्र का निवासी है अथवा नही|
 
क्र निर्धारित बिंदु विवरण
34. क्या भूमि स्थित मौजा अधिसूचित क्षेत्र में है अथवा नही|
35. क्रेता/विक्रेता के मध्य विक्रय अनुबंध चिट्ठी/विक्रय का उद्देष्य एवं प्रमाणीकरण की विष्वसनीयता पर स्पष्ट अभिमत|
36. भूमि विक्रय की दशा में आवेदक के जीवोकापार्जन का साधन क्या रहेगा, क्या विक्रेता के पास कही भी अन्य कृषि भूमि शेष है अथवा नही|
37. भूमि विक्रय से होने वाला प्राप्त प्रतिफल पर्याप्त है अथवा नही|
38. भूमि विक्रय से विक्रेता को होने वाले लाभ के संबंध में स्पष्ट अभिमत|
39. विक्रय की आवष्यकता एवं कारणो का साक्ष्य/प्रमाण संलग्न किया जावें|
40. म.प्र.भू-राजस्व संहिता 1959 की धारा 165, 165-सात (ख) के प्रावधान लागू होने के संबंध में स्पष्ट अभिमत|
41. अधिकार अभिलेख तथा बंदोबस्त अभिलेख में दर्ज भूमिस्वामी एवं उक्त भूमि नोईयत क्या है|
42. यदि बंदोबस्त में शासकीय पट्टेदार दर्ज है और वर्तमान खसरे में भूमिस्वामी दर्ज है तो किस सक्षम प्राधिकारी/न्यायालय/राज्य शासन के आदेष में दर्ज हुआ|
43. आवेदक द्वारा भूमि क्रय की हुई है अथवा पैत्रिक भूमि है|
44. आवेदक को यदि भूमि पट्टा/माफी एवं सेवा भूमि के रूप में प्राप्त हुई है तो उक्त भूमि का प्रकरण क्रमांक आदेष दिनांक अंकित किया जावें, साथ ही पट्टा प्रति अनिवार्य रूप से संलग्न की जावें|
45. क्रेता/विक्रेता तथा उनके साक्षियो का परीक्षण किया गया है अथवा नही|
46. आवेदक/विक्रेता की भूमि क्या बैंक या अन्य प्राधिकृत संस्था/व्यक्ति के पास बंधक है अथवा नही|
 
पटवारी
प.ह.न. _ _ _ _ _